रांची। राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी के बीच झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल दो प्रमुख दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच हल्की दरार उत्पन्न हो गयी। कांग्रेस को विश्वास में लिये बिना जेएमएम की ओर से अचानक उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दिये जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठकाुर ने रांची में पत्रकारों से बातचीत में दबी जुबान में हेमंत सोरेन के प्रति नाराजगी जाहिर की। वहीं नई दिल्ली में झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने शाम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अविनाश पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वे मंगलवार की सुबह रांची आ रहे हैं। रांची में पार्टी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने कहा कि जेएमएम के पास राज्यसभा चुनाव में एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए पर्याप्त आंकड़ा है, लेकिन यदि गठबंधन में सहयोगी दल के साथ मिलजुलकर फैसला लिया जाता, तो और भी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में गठबंधन सरकार कैसे बेहतर तरीके से चले, इसे लेकर आपसी समन्वय के साथ काम करने की जरूरत हैं। राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है और रांची पहुंचने पर पार्टी एवं गठबंधन दल के नेताओं के साथ चर्चा के बाद अपनी बात रखेंगे।
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी का दर्द छलका
इधर, पार्टी के कई विधायकों के साथ मिलकर अपने पिता और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के लिए राज्यसभा टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे कांग्रेस विधायक डॉ0 इरफान अंसारी का भी दर्द छलक आया है। जेएमएम द्वारा उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद डॉ0 इरफान अंसारी ने कहा-पत्थर तो हजारों ने मुझे मारे थे, मगर जो दिल पर आके लगा वह एक दोस्त ने ही मारा था…।
कांग्रेस के अन्य विधायकों-नेताओं में भी नाराजगी
करीब ढ़ाई साल तक गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस के अन्य विधायकों और वरिष्ठ नेता भी अपनी उपेक्षा से खासे नाराज चल रहे है। हालांकि अभी इन विधायकों की ओर से खुलकर कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। लेकिन कई सोशल मीडिया पर सलीके से अपनी बातों को रखकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

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