, आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में होगा फैसला
रांची। झारखंड में प्राथमिक स्कूल पिछले 22 महीने से बंद है। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आने की वजह से कुछ दिनों के लिए प्राथमिक स्कूल खुले थे, लेकिन झारखंड में मार्च 2020 से ही सभी प्राथमिक स्कूल बंद है और वर्ष 2015-16 में जन्म लेने वाले बच्चे अभी तक स्कूल नहीं देख पाये है। अब विभिन्न संगठनों और समाज की ओर से बच्चों का स्कूल खोले जाने की मांग उठने लगी है। इसी सिलसिले में राज्य के शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो ने शनिवार को निजी स्कूलों के संगठन पासवा, अभिभावक संघ और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। शिक्षामंत्री ने विभागीय सचिव से बैठक के बाद यह साफ कहा कि अब स्कूलों को बंद रखना ठीक नहीं होगा, इसलिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों को खोला जाएगा।
शिक्षामंत्री ने कहा है कि राज्य में पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक के स्कूल खुलेंगे। वहीं शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में सहमति बनी के बाद स्कूली शिक्षा सचिव राजेश शर्मा कहा कि सामान्य अवधि की तरह स्कूल चलेंगे। चार घंटे स्कूल चलाने जैसी बाध्यता नहीं रहेगी। मंत्री के साथ बनी सहमति के बाद प्रस्ताव अब मुख्यमंत्री के पास भेज दिया गया है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की होने वाली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा।
इससे पहले शिक्षामंत्री ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी उनके आवासीय कार्यालय में मुलाकात की थी और उन्हें स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों तथा उनके अभिभावकों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया था।
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