रांची। यह बहुत खुशी और गर्व का विषय है कि हम अपनी परंपरा-संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। प्राकृतिक पर्व करम के मौके पर आज हम सभी लोग एकत्रित हुए हैं। धरती पर आदि समाज की अपनी परंपरा और संस्कृति रही है। इस विकासशील दौर में हमें अपनी परंपरा, संस्कृति और सभ्यता को बचा पाना चुनौती है लेकिन इन सभी चुनौतियों से निकलते हुए आज हमारी युवा पीढ़ी आदिवासी-मूलवासी के परंपरा, संस्कृति और सभ्यता को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। आज गली-मोहल्ले,घरों सहित कई अखाड़ों में करम पूजा महोत्सव आयोजित हुआ है। पिछले 2 सालों से हम सभी लोग वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को लेकर करम महोत्सव का आयोजन भव्य रूप से नहीं कर पा रहे थे परंतु अब जैसे ही परिस्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हुई हैं, आज फिर हम प्रकृति पर्व करमा पूजा का भव्य आयोजन कर पा रहे हैं तथा आपस में प्रेम, स्नेह और खुशियां बांट रहे हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने आज प्रकृति पर्व करम महोत्सव को संबोधित करते हुए कहीं। मुख्यमंत्री ने महादेव टोली, लोअर चुटिया में आयोजित करम महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन धर्म गुरुओं की बात तथा परंपरा, संस्कृति एवं सभ्यता की बात सुनने और मानने का दिन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बड़ी संख्या में हमारी बहनें व्रत रखते हुए पूजा कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं। हम सभी लोग इस पावन बेला का गवाह बने हैं। आज का दिन सभी के बीच खुशियां बांटने वाला दिन है। प्रकृति पर्व करम पूजा के प्रति यह उत्साह यह बताता है कि हम सभी लोगों का प्रकृति से कितना प्रेम करते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले वर्षों में भी हम सभी लोग मिलजुल कर अपनी संस्कृति को इसी तरह आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
पूर्वजों ने हमें अपनी परंपरा, संस्कृति एवं सभ्यता से जुड़े रहना सिखाया
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हम सभी के लिए गौरव की बात है कि हम समाज के वह पीढ़ी हैं जहां हमारे पूर्वजों ने हमें प्रकृति से प्रेम करना, प्रकृति से जुड़े और बंधे रहना सिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती से जूझ रहा है। पर्यावरण संतुलन विषय पर बड़ी-बड़ी गोष्ठियां आयोजित हो रही हैं। इन गोष्ठियों में पर्यावरण संतुलन और संरक्षण से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चाएं हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान दौर में कई कारणों से प्राकृतिक व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर हस्तक्षेप हो रहा है। आने वाले दिनों में अगर प्राकृतिक के साथ ताल-मेल में गड़बड़ी होता रहा तो यह मनुष्य जीवन के लिए भयावह साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के प्रति एकजूट रखने का काम किया है। आने वाले समय में भी हम अपने पूर्वजों के बताए रास्ते पर चलते हुए परंपराओं को आगे बढ़ाने का काम करेंगे ऐसा मुझे पूरा विश्वास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे हम इस आधुनिक युग में विकास की ऊंचाइयों को कितना भी क्यों न छू लें लेकिन हमारी नींव जमीन ही है।
राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बखूबी निभा रही है
विमेंस कॉलेज छात्रावास परिसर में आयोजित करम महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक निभा रही है। राज्य सरकार सभी चीजों को एक-एक कर व्यवस्थित करने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार राज्य में कल्याण विभाग द्वारा बनाए गए आदिवासी छात्रावासों को मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग के रूप में विकसित करेगी। सभी छात्रावासों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार ये सभी सुविधाएं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निरूशुल्क उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण विभाग के हॉस्टल में रसोईया, सुरक्षा गार्ड सहित सभी आवश्यक व्यवस्था मुहैया कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी बच्चा घर से अनाज नहीं लाएगा। बना बनाया भोजन राज्य सरकार छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य वासियों तथा पूजा समितियों को दी शुभकामनाएं..
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने न्यू पुलिस लाइन कांके रोड रांची स्थित झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन एवं समस्त पुलिस परिवार के सभी सदस्यों एवं उनके परिजनों को प्रकृति पर्व करम पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ज्यादा बातें करने का दिन नहीं है लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि मैं बतौर मुख्य अतिथि इस परिसर में नया नहीं हूं। न्यू पुलिस लाइन के मैदान से मेरी बचपन की यादें जुड़ी हैं। आज आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं जहां था आज भी वही हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी लोग चाहे कितनी भी ऊंचाईयों को छू लें या ऊंचे पदों पर रहे लेकिन अपने समाज, संस्कृति और सभ्यता से हमेशा जुड़े रहना चाहिए।
मांदर की थाप पर मुख्यमंत्री के थिरके कदम…
इससे पहले झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन एवं समस्त पुलिस परिवार, विमेंस कॉलेज स्थित आदिवासी छात्रावास परिसर एवं महादेव टोली, लोअर चुटिया रांची में करम पूजा महोत्सव समिति के द्वारा मुख्यमंत्री का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने विधिवत रूप से करम डाली की पूजा की। समिति द्वारा करम गीत-नृत्य का आयोजन किया गया। मौके पर मांदर की थाप पर मुख्यमंत्री के भी पैर थिरके। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी मांदर बजाया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन सहित अन्य सभी पूजा समितियों के सदस्य एवं गणमान्य लोग, छात्र-छात्राएं तथा बड़ी संख्या में अन्य उपस्थित थे।
More Stories
झारखंड खेल नीति 2022 का लोकार्पण, सीएम ने कहा- खिलाड़ियों को न्यूनतम 50 हजार सम्मान राशि मिलनी चाहिए
शिबू सोरेन परिवार ने 250 करोड़ रुपये की 108 परिसंपत्ति का साम्राज्य खड़ा कियाः बाबूलाल
धनबाद एसएसपी की मौन सहमति से कोयले का अवैध खनन-परिवहन धड़ल्ले से जारी-सीता सोरेन