बुलबुल जंगल में 24 घंटे के भीतर दो जोरदार विस्फोट
रांची। झारखंड के लोहरदगा जिले में सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में शुक्रवार सुबह आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से सीआरपीएफ कोबरा के दो जवान घायल हो गये। घायल जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची के मेडिका अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस को यह गुप्त सूचना मिली थी कि लोहरदगा- गुमला के सीमावर्ती इलाके में 15लाख के इनामी माओवादी नक्सली रवींद्र गंझू का हथियारबंद सक्रिय है। इस सूचना पर पुलिस और सीआरपीएफ जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर छापामारी अभियान शुरू किया। यह अभियान गुरुवार से ही जारी था और किसी भी परिस्थिति से निपटने को लेकर बीएस कॉलेज लोहरदगा में हेलीकॉप्टर उतारने को लेकर अस्थायी हेलीपैड का भी निर्माण किया गया है,जहां से लगातार सीआरपीएफ जवानों के आने-जाने का सिलसिला जारी था।
इस बीच सीआरपीएफ कोबरा बटालियन और जिला पुलिस बल की टीम का माओवादियों के साथ सामना हो गया। सुरक्षा बलों को देखकर माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों की ओर से भी फायरिंग की गयी। इस बीच जंगल का फायदा उठाते हुए नक्सली बच निकलने में सफल रहे। जबकि गुरुवार की देर रात बुलबुल जंगल में एक जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनायी दी थी। इसके बाद भी सुरक्षाबलों ने अभियान जारी रखा। इस बीच शुक्रवार की सुबह सात बजे फिर से एक जोरदार ब्लास्ट हुआ है। इसी आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के दो जवान घायल हो गये। घायल जवानों में दिलीप कुमार और नारायण दास शामिल है। दोनों सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान है।
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