रांची। हजारीबाग में मॉब लिंचिंग के शिकार युवक रुपेश पांडेय के परिजनों से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को रांची एयरपोर्ट पर रोक दिया गया है। कपिल मिश्रा दिल्ली से रांची पहुंचे थे और रांची से सड़क मार्ग से होते हुए बरही में मॉब लिंचिंग के शिकार युवक रुपेश पांडेय के परिजनों से मिलने जाने वाले थे। लेकिन जैसे ही कपिल मिश्रा रांची एयरपोर्ट से बाहर निकले, पुलिस की टीम ने उन्हें वहीं रोक दिया।
एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देने को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार उन्हें रोककर यह संदेश दे रही है कि वह अपराधियों पर लगाम नहीं लगा सकती है। इसलिए जिला प्रशासन ने उन्हें बाहर निकलने से मना कर दिया. एयरपोर्ट के अंदर से अपना संदेश भेजते हुए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि मृतक रूपेश पांडे के लिए 14 लाख रुपए मदद के लिए जमा किए गए थे, जो उन्हें उनके परिवार से मिलकर देना था. लेकिन जिस प्रकार से सरकार ने रुपेश पांडे के श्राद्ध में जाने से रोका है, इससे यह प्रतीत होता है कि यह सरकार पूरी तरह से अपराधियों को संरक्षण दे रही है. वही जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा एयर इंडिया की 418 फ्लाइट से 1रू30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
इससे पहले कपिल मिश्रा ने खुद ट्वीट कर बताया कि उन्हें रांची एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे रुपेश पांडेय के शोक-संतप्त परिजनों से मिलने जा रहे है। पुलिस के वाहन में चंद लोगों के साथ रुपेश के घर जाने को तैयार है, लेकिन उन्हें रोकना झारखंड सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा करता है।
रांची एयरपोर्ट पर कपिल मिश्रा को रोके जाने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष ऋषिनाथ शाहदेव ने आज रुपेश का दाशकर्म है, इसमें हिस्सा लेने के लिए वे सभी बरही जा रहे थे, लेकिन उन्हें सूचना मिली कि उनसे मिलने आ रहे कपिला मिश्रा को पुलिस ने एयरपोर्ट ही रोक दिया है। उन्होंने बताया कि जैसे ही कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, पुलिस ने उनके मोबाइल को जब्त कर लिया, लेकिन शायद फिर से उनके मोबाइल फोन को उन्हें वापस ले दिया गया है, लेकिन साढ़े तीन घंटे से अधिक का समय हो गया कि अब तक उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया है। इसलिए वे सभी एयरपोर्ट के बाहर डटे है और जब तक प्रशासन कपिल मिश्रा को बाहर नहीं आने देती है, तब तक वे सभी एयरपोर्ट पर ही डटे रहेंगे।
गौरतलब है कि हजारीबाग जिले के बरही अनुमंडल क्षेत्र के दुलमाहा में विगत 6 फरवरी को आपसी रंजिश में दो गुटों के बीच खूनी झड़प होने से 28वर्षीय रुपेश की मौत हो गयी थी। इस घटना के खिलाफ राज्यभर में विभिन्न संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन और कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है। वहीं मृतक के परिजनों से सरकार की ओर से मिलने पहुंचे तीन मंत्रियों मिथिलेश ठाकुर, सत्यानंद भोक्ता और बादल ने अपने मंत्री कोटे से आश्रित को सहायता राशि देने की घोषणा की थी।
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