एचईसी का पुनर्रूद्धार कर पुराना गौरव लौटाने का प्रयास करेंगे
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्हें यह सूचना मिली है कि झारखंड के एयरपोर्ट भी अब प्राइवेट हाथों में चला जाएगा। मुख्यमंत्री ने रांची के एचईसी का पुनर्रूद्धार कर पुराना गौरव लौटाने का प्रयास करने का भरोसा दिलाया। हेमंत सोरेन शुक्रवार को विधानसभा में विधायक सरयू राय द्वारा एचईसी को औद्योगिक उपक्रम घोषित करने और इसकी मूल्यवान परिसंपत्तियो को देखते हुए इसके पुनरूद्धार किये जाने के संबंध में लाये गये एक गैर सरकारी संकल्प पर हस्तक्षेप करते हुए सदन में वक्तव्य दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार के सहयोग से नये सिरे से एचईसी के पुनरूद्धार के लिए प्रयास किया जाए और देश के पुराने गौरव को लौटाया जा सके। हेमंत सोरेन ने झारखंड के लिए एचईसी काफी महत्वपूर्ण है, जिस तरह से शहीदों को याद किया जाता है,उसी तरह से देश को खड़ा करने में एचईसी की अहम भूमिका रही है। अभी एचईसी पुराने रोग से ग्रसित है, भारत सरकार का सार्वजनिक उपक्रमों को लेकर किस तरह से रवैया है , सभी जानते है। सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपी जा रही है, रेलवे बिक गया, हवाईअड्डे को बेचने का काम किया जा रहा हैं, उन्हें यह जानकारी मिली है कि झारखंड के एयरपोर्ट का भी संचालन लोक निजी सहभागिता, (पीपीपी मोड) पर होने वाला है। अब एयरपोर्ट पर गाड़ी खड़ी करने के लिए कितना भाड़ा देना और कितना टैक्स लगेगा यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत सरकार से उम्मीद काफी कम है। उन्होंने बताया कि रांची में अवस्थित पर्यटन विभाग के होटल अशोका में केंद्र सरकार, बिहार सरकार और झारखंड सरकारी की हिस्सेदारी दी थी, झारखंड सरकार इसे अपने अंडर में लेना चाहती है, इसके लिए डेढ़ साल पहले सारा पैसा भी दे दिया गया, लेकिन केंद्रीय मंत्री का कहना है कि वे खुद अपने हाथों से चाबी सौंपेंगे , इसके लिए कैबिनेट की बैठक भी होनी है, लेकिन डेढ़ साल में भी यह संभव नहीं हुआ हैं।
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