रांची। झारखंड कांग्रेस के प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडेय ने गुरुवार को रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस की ओर से राज्यसभा चुनाव को लेकर अपनी दावेदारी पेश की। बाद में अविनाश पांडेय ने बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार राज्यसभा चुनाव में गठबंधन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और पूरी पार्टी मौजूदा राजनीतिक हालात में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ खड़ी है।
कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय दिल्ली रवाना होने के पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के साथ कांके रोड स्थित सीएम आवास में हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचे। करीब 45 मिनट तक दोनों दलों के नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में अविनाश पांडेय ने बताया कि सीएम हेमंत सोरेन की मां रूपी सोरेन की तबीयत खराब थी और हाल ही में वह हैदराबाद से इलाज कराकर वापस लौटी है, इसलिए सबसे पहले उन्होंने उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अविनाश पांडेय ने बताया कि राज्य में कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी गठबंधन की सरकार है, तीनों दल कैसे मिलकर नये प्रोग्राम के साथ आगे बढ़े, इस पर मंत्रणा हुई, साथ ही मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि अभी राज्यसभा की दो सीटों के लिए भी चुनाव होना है, इसलिए मुलकाात के दौरान इस संबंध में भी चर्चा स्वभाविक है। उन्हांेने कहा कि राज्यसभा चुनाव में गठबंधन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और उम्मीदवार के बारे में आपस में मिल बैठकर चर्चा के बाद सर्वसम्मति से फैसला ले लिया जाएगा।
अविनाश पांडेय ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में पूरी पार्टी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। उन्हांेने कहा कि जिस तरह से मौजूदा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश को लेकर मनोबल डाउन करने का प्रयास किया जा रहा है, उससे जन कल्याणकारी योजनाएं भी प्रभावित हो रही है, लेकिन पार्टी और गठबंधन सरकार इससे मिलजुल कर निपटेगी और किसी भी तरह के विकास कार्य को बाधित नहीं होने दिया जाएगा।
दलीय संख्या के आधार पर पक्ष-विपक्ष को एक-एक सीट मिलने की संभावना
झारखंड विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के मौजूदा सदस्य संख्या को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के पास राज्यसभा चुनाव में एक सीट पर कब्जा जमाने के साथ ही 20-21 सरप्लस वोट भी है,ऐसे में निर्दलीय और अन्य सहयोगी दलों के विधायकों से बातचीत कर दोनों सीटों पर जीत हासिल करने की कोशिश होगी। वहीं बीजेपी के सदस्यों की संख्या बाबूलाल मरांडी को जोड़ कर 25 है, लेकिन जिस तरह से बाबूलाल मरांडी के खिलाफ दल-बदल मामले में स्पीकर के न्यायाधिकरण में इन दिनों जल्दी-जल्दी सुनवाई चल रही है, उसे लेकर बीजेपी के नेता ही आरोप लगा रहे है कि सरकार के इशारे पर बाबूलाल की सदस्यता समाप्त करने की कोशिश हो रही हैं। इसके अलावा बीजेपी के दूसरे विधायक इंद्रजीत महतो भी लंबे समय से बीमार है और हैदराबाद में उनका महीनों से इलाज चल रहा है। ऐसे में चुनाव में उनके भी भाग लेने की संभावना कम है। वहीं आजसू पार्टी के दो सदस्यों का भाजपा को समर्थन मिल सकता है। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव भी बीजेपी उम्मीदवार को समर्थन दे सकते है,ऐसे में बीजेपी के भी एक उम्मीदवार की जीत होने की संभावना है।

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