विशाल चौधरी के ठिकाने से नकद, जमीन के कागजात और अन्य दस्तावेज मिले
रांची। झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से जुड़े मामले में प्रवर्त्तन निदेशालय ने मंगलवार को रांची में 6 औरु मुजफ्फरपुर में छापेमारी की। इस बार ईडी की छापेमारी में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के एक करीबी भी जांच के घेरे में आ गये हैं। वहीं कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों से नजदीकी संबंध रखने वाले विशाल चौधरी के ठिकाने से ईडी को भारी मात्रा में नकद के अलावा जमीन के कागजात, बैंक पासबुक समेत अन्य दस्तावेज भी मिले है, जबकि दिन भर छापेमारी के बाद शाम को ईडी की टीम उन्हें अपने साथ ले गयी और ऐसा समझा जा रहा है कि ईडी ने उसे हिरासत में ले लिया है। हालांकि ईडी की ओर से विशाल चौधरी को हिरासत में लिये जाने अथवा गिरफ्तार किये जाने को लेकर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
हिरासत में लेकर कंपनी के कार्यालय में ले जाकर पूछताछ
ईडी की टीम दिन भर छापेमारी करने के बाद विशाल चौधरी को अपने साथ लेकर उसकी कंपनी फ्रंटलाइन और विनायका ग्रुप के अशोक नगर स्थित कार्यालय पहुंची। फ्रंटलाइन कंपनी के माध्यम से कौशल विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जबकि विनायका ग्रुप के माध्यम से अन्य कामकाज होता है। ईडी की टीम रात दस बजे तक उससे बंद कमरे में पूछताछ करती रही।
कई बड़े अफसरों का था घर आना-जाना
विशाल का किराये का मकान देखने में सामान्य सा लगता है, लेकिन आसपास के लोगों की माने तो यहां राज में अक्सर महंगी-महंगी गाड़ियां आती थी। कई आला अफसरों का उसके घर आना-जाना था।
कचरे के ढेर में मिला एप्पल फोन बढ़ा सकता है कई लोगों की परेशानी
विशाल चौधरी के घर से ईडी को एप्पल फोन मिले है। बताया गया है कि छापामारी टीम को देख उसने अपने फोन कुड़ेदान में फेंक दिया था। इस फोन के मिलने पर कई कड़ियां जुड़ी हैं। ईडी छापेमारी के दौरान विशाल के घर से कई कागजात को बाहर भी फेंक दिया गया, इनमें से कुछ कागजात मीडिया कर्मियों के भी हाथ लगा है। इस कागजात मंे ठेका लेने की जानकारी के अलावा कई पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी मिले है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि राज्य में होने वाले ट्रांसफर-पोस्टिंग के कारोबार में भी उसकी संलिप्तता हो सकती है।
नोट गिनने वाली मशीन के बाद फोटो स्टेट वाला कागज मंगाया
ईडी के अधिकारियों ने सबसे पहले नोट गिनने वाली मशीन को मंगाया, बाद में फोटो स्टेट करने वाले कागज का बंडल बाहर से मंगाया गया। दो व्यक्ति इसे लेकर पहुंचे और बाहर से ही इसे जवानों को दे दिया। जवानों ने इस बंडल को अंदर पहुंचा दिया। इस बीच दोपहर में एक सब्जी आपूर्ति करने वाला युवक भी विशाल चौधरी के घर दोपहर ढ़ाई बजे पहुंचा। घर के बाहर भीड़ देखकर भी वह घबराया नहीं, बल्कि वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी को मटर और सब्जी देकर वापस लौट गया। उसने बताया कि सोमवार की देर शाम को ही वाट्सअप के जरिये सब्जी ऑर्डर किया गया था। उसने बताया कि इन सारी चीजों का भुगतान बाद में कर दिया जाता है और वह ऑर्डर देने वाले व्यक्ति या घर के मालिक को नहीं जानता है।
सीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के करीबी के घर दबिश
ईडी इस बार मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजीव अरुण एक्का के करीबियों तक पहुंच गयी है। ईडी की टीम ने राजीव अरुण एक्क के करीबी निशित केसरी के ठिकानों पर छापेमारी की। निशित केसरी ने हाल के दिनों में हरमू, अशोक नगर और कटहल मोड़ रोड में कई बड़े अपार्टमेंट का निर्माण किया है।
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