अनाज वितरण नहीं होगा, समय पर नहीं मिलने समेत कार्डधारियों की अन्य शिकायतें होगी दूर
रांची। झारखंड में जनवितरण प्रणाली की 24 हजार 408 दुकानें संचालित है। अब अनाज वितरण नहीं होने, समय पर अनाज नहीं मिलने समेत कार्डधारियों की अन्य शिकायतों को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।
जिओ लोकेशन आधारित ऐप विकसित
राज्य सरकार द्वारा कार्डधारियों को अनाज वितरण के लिए जिओ लोकेशन आधारित ऐप विकसित किया गया है, इससे अनाज किस स्थान पर तथा किस लाभुक को वितरित किया गया है, यह जानकारी पोर्टल में अपलोड होगी। इसमें लाभुकों के खाद्यान्न प्राप्त करते हुए फोटोग्राफ भी पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगे,ताकि किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर इससे सत्यापन किया जा सके। इससे राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी और समाज के अति कमजोर जनजातीय समूह को समय पर उनके निवास स्थान पर अनाज मिलने की पूर्ण प्रक्रिया की मॉनिटरिंग भी होगी।
निजता का सम्मान करते हुए ऑफलाइन मोड में ‘आधार आधारित’ पहचान की प्रक्रिया केंद्र सरकार द्वारा स्थगित कर दी गयी है,ऐसे में कई कार्डधारियों द्वारा निश्चित स्थान पर अनाज का वितरण नहीं होने, समय पर अनाज नहीं मिलने और लाभुकों को अनाज का वितरण का सत्यापन नहीं हो पा रहा था और कई शिकायतें मिल रही थी। इन शिकायतों को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह बड़ा कदम उठाया गया है।
राज्य में 24 हजार 408 जनवितरण प्रणाली दुकानों में से 856 अभी भी ऑफ लाइन मोड में कार्य कर रहे है, इसमें पीवीटीजी समूह के लिए लागू डाकिया योजना से संबद्ध वितरण भी सम्मिलित है।
किरासन तेल वितरणण प्रणाली का 1 फरवरी से ऑनलाइन संचालन
झारखंड सरकार ने किरासन तेल वितरण प्रणाली का आगामी 1 फरवरी से ऑनलाइन संचालन का निर्णय लिया गया है।
खाद्य आपूर्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा जिले में कार्यरत किसान तेल थोक विक्रेताओं के साथ जन वितरण प्रणाली दुकानदारों तथा उनसे संबद्ध राशन कार्डधारियों की संख्या के आधार पर पीडीएस दुकानों के बीच किरासन तेल का आवंटन करती है।
केंद्र सरकार से आवंटन प्राप्त होने के बाद किरासन तेल को थोक विक्रेताओं द्वारा उठाव एवं जन वितरण प्रणाली दुकानदारों द्वारा ससमय उठाव एवं वितरण सुनिश्चित करने के लिए सूचना तकनीकी का उपयोग कर इस प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संचालित किया जा रहा है। इसके तहत विभाग द्वारा ऑनलाइन आवंटन प्रणाली विकसित की गयी है तथा किरासन तेल वितरण प्रणाली का आवंटन पूर्णत‘ ऑनलाइन किया गया। इसे पॉयलट बेसिस पर पिछले साल अप्रैल में रामगढ़ में चालू किया गया, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसका विस्तार तुरंत पूरे राज्य में नहीं हो सका।
विभाग की ओर से इस नयी व्यवस्था के विशेषता के संबंध में बताया गया है,इससे समय पर आवंटन और उठाव की मॉनिटरिंग होगी, संबंधित किरासन तेल थोक विक्रेताओं के टैंकर और इन्वॉस नंबर का विवरणी की व्यवस्था से उठाव करने वाले टैंकर की जानकारी भी प्राप्त होगी, सभी गतिविधियां ऑनलाइन होगी। किरासन तेल थोक विक्रेताओं द्वारा ऑयल डिपो से तेल का उठाव करने के बाद संबंधित जन वितरण प्रणाली दुकानादारों को किरासन तेल का उठाव करने का निर्धारित स्थान, तिथि और समय तुरंत ही एसएमएस के माध्यम से उपलब्ध हो जाएगी, जिससे समय और श्रम की बचत होगी। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सभी स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
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