पार्टी प्रभारी अविनाश पांडेय ने कांग्रेस का पट्टा पहनाकर और पुष्प गुच्छ देकर सदस्यता दिलायी
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दो पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू और सुखदेव भगत की सोमवार को पार्टी में वापसी हो गयी। पार्टी के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने दोनों नेताओं को कांग्रेस का पट्टा पहनाकर और पुष्प गुच्छ देकर कांग्रेस की सदस्यता दिलायी।
इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि दोनों नेताओं के आने से पार्टी मजबूत होगी, दोनों नेता काफी अनुभवी हैं। इनके अनुभव का लाभ संगठन को मजबूती प्रदान करने एवं कांग्रेस की विचारधारा को आम जन तक पहुंचाने में मदद् मिलेगी। इन दोनों नेताओं की विचारधारा कांग्रेस की हीं थी, किसी कारण ये कांग्रेस परिवार से अलग हो गये थे, लेकिन आज दोनों के वापस घर आने से हमसभी को हर्ष है।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत है। शीर्ष नेतृत्व ने जो भरोसा इन दोनों नेताओं के प्रति दिखाया है, मुझे यकीन है कि दोनों नेता शीर्ष नेतृत्व के उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। साथ हीं साथ कांग्रेस पार्टी के जनाधार को और अधिक सशक्त एवं मजबूती प्रदान की दिशा में कार्य करेंगे।
सह-झारखण्ड प्रभारी उमंग सिंघार ने दोनों नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि निःसन्देह दोनों नेताओं के अनुभव हमें संगठन को मजबूत करने में कारगर साबित होगी।
इस अवसर पर डॉ0 प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा कि जब उन्होंने पार्टी छोड़ा तो पार्टी में नहीं रहने का एहसास हुआ। ऐसा महसूस हो रहा था कि वे बिल्कुल अकेला हो गये हैं। वे अपने लोगों से बहुत दूर हो चुका है, उन्होंने कहा कि वे पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में रहकर संगठन को मजबूती प्रदान करने का कार्य करूंगा। उन्होंने यकीन दिलाया कि अब दोबारा इस तरह की गलती नहीं होगी। अब जो भी होगा कि इस पार्टी में रहकर होगा और जाना है तो इसी पार्टी के ध्वज से लिपटकर अन्तिम यात्रा तय करना है। उन्होंने कहा कि आज उन्हे बहुत खुशी है कि वे पुनः अपने घर एवं परिवार में वापस लौटे है।
इस अवसर पर सुखदेव भगत ने कहा कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी मेरे डी.एन.ए. में कांग्रेस का खून शामिल है। आज हर्ष है कि वे अपने परिवार में वापस लौटे है।। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। दूसरी ओर गोडसे विचारधारा है। गोडसे की विचारधारा को समाप्त करने के लिए पार्टी जो भी मेरी भूमिका तय करेगी, उसका बखूबी निर्वहन करूंगा। पार्टी छोड़ने के बाद ऐसा महसूस हुआ कि बहुत बड़ी भूल हुई हो गयी, अब वें उस भूल को कभी दोहरा नहीं सकते। अब जो भी होगा मेरा, इसी पार्टी में होगा। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह उनके बड़े भाई बलमुचू ने कहा कि अंतिम यात्रा इसी पार्टी के ध्वज से लिपटकर होगा, वे भी उनके शब्दों की पुनरावृति करता है कि उनकी भी अंतिम यात्रा इसी पार्टी के ध्वज के साथ होगा। आज से कांग्रेस पार्टी में शून्य से शुरूआत करना है। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेवारी देगी, उसका निर्वहन करूंगा।
इस अवसर पर दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गॉंधी, राहुल गॉंधी, महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, झारखण्ड प्रभारी अविनाश पांडे, सह-प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का दिल से धन्यवाद अदा किया कि इन्हीं लोगों की वजह से दोबारा पार्टी में आने का मौका मिला। साथ हीं कांग्रेस के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का भी दिल से शुक्रिया अदा किया।
इस मौके पर सह प्रभारी प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरॉंव, मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्वोतर तीन राज्य के प्रभारी डॉ0 अजय कुमार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद चन्द्रशेखर दूबे, फुरकान अंसारी मौजूद थे।
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