January 8, 2025

view point Jharkhand

View Point Jharkhand

सीएम हेमंत सोरेन ने पद पर रहते हुए पत्थर खदान लीज अपने नाम कराया-रघुवर दास

Spread the love


यह काम मंत्रियों के लिए जारी आचार संहिता का उल्लंघन के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत आपराधिक कृत्य

रांची। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने नाम पर पत्थर खदान लीज की स्वीकृति कराने का काम किया है। रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में रघुवर दास ने कहा कि देश में यह पहला ऐसा मामला होगा, जब किसी मुख्यमंत्री ने पद पर रहने हुए इस तरह का भ्रष्ट आचरण किया है। सीएम हेमंत सोरेन का यह कार्य केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंत्रियों के लिए जारी आचार संहिता का उल्लंघन है, साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (1) (डी) के तहत आपराधिक कृत्य है। केंद्र सरकार का यह कोड ऑफ कंडक्ट केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ ही राज्य के मंत्रियों पर भी लागू होता है।
सीएम एक सरकारी सेवक है, लीज लेना गैर कानूनी
रघुवर दास ने कहा कि चूंकि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के पद को पिछले दो साल से ज्यादा समय से संभाल रहे हैं और सरकारी सेवक के रूप में आते हैं। यह आश्चर्य है कि एक मुख्यमंत्री जिसके अंदर खान विभाग है। वही विभाग रांची के अनगड़ा मौजा में उन्हें पत्थर खनन पट्टा की स्वीकृति के लिए सैद्धांतिक सहमति का पत्र (एलओआइ) जारी करता है। जिला कार्यालय उनकी खनन योजना को स्वीकृत करता है। उनके अंदर का एक विभाग पर्यावरण स्वीकृति की अनुशंसा भी देता है। उन्होंने इस खनन पट्टा की स्वीकृति के लिए  हेमंत सोरेन 2008 से ही प्रयासरत थे। यह भ्रष्ट आचरण का अकाट्य प्रमाण है। यह अपने फायदे के लिए मुख्यमंत्री के पद का दुरुपयोग है, जो कि धारा 7 (ए) भ्रष्टाचार निरोधक कानून अंतर्गत दंडनीय अपराध है।  हेमंत सोरेन का यह कृत्य आईपीसी की धारा 169 का स्पष्ट उल्लंघन है। सरकार ने जिस जमीन की माइनिंग लीड दी है, वह सरकारी संपत्ति है और मुख्यमंत्री एक सरकारी सेवक हैं, इस नाते उनके द्वारा लीज लेना गैर कानूनी है।

अवैध माइनिंग कर पत्थर बांग्लादेश भेजा जा रहा है

रघुवर दास ने बिना नाम लिये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई और विधायक बसंत सोरेन पर निशाना साधते हुए यह भी आरोप लगाया कि ग्रैंड माइनिंग कंपनी पर सरकार का आज भी आठ करोड़ रुपये बकाया है।  इस कंपनी से बकाया वसूलना तो दूर कंपनी आज भी अवैध माइनिंग का काम कर रही है और पत्थर बांग्लादेश जा रहा है। ग्रैंड माइनिंग कंपनी के कौन डायरेक्टर है, यह संथाल का बच्चा-बच्चा जानता है। इस मामले में एक ही कहावत सटीक बैठती है – बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह।    पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के संबंध में रघुवर दास ने दावा कि इन राज्यों में भाजपा को आपार समर्थन मिलेगा।

About Post Author