पशु चिकित्सकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
रांची। झारखंड के पशुचिकित्सकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर कृषि, पशुपालन एवम सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने राज्य के विकास में पशुचिकित्सकों के योगदान की सराहना की। उन्होंने सभी विभागीय कार्यों और योजनाओं में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने और उन्हे शामिल करने की सलाह दी।
प्रशिक्षण की शुरुआत 8 मार्च से हुई थी। प्रत्येक दिन राज्य के संथाल परगना के अलावा शेष सभी जिलों के पशुचिकित्सकों ने एक एक दिन प्रशिक्षण प्राप्त किया। संथाल परगना के पशुचिकित्सकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण 16 मार्च को देवघर में आयोजित किया जाएगा। कौशल विकास योजना अंतर्गत आयोजित इस प्रशिक्षण में वक्ता के रूप में मुख्य रूप से डॉक्टर एम के गुप्ता ने न्यायिक और पुलिस मामलों में पोस्टमार्टम और सैंपल को फॉरेंसिक लैब में भेजने की प्रक्रिया की जानकारी दी। इसके अलावा पटना से आए मेडिसिन और सर्जरी के विशेषज्ञों ने भी इन क्षेत्रों में हुई नवीनतम बदलाओं की जानकारी दी। स्कीपा से आए विशेषज्ञों ने वित्तीय प्रबंधन प्रणाली , ट्रेजरी कोड, फाइनेंस रूल्स आदि की जानकारी दी।
धन्यवाद ज्ञापन देते हुए पशुपालन निदेशक शशि प्रकाश झा ने कहा कि विभागीय योजनाओं में आ रही कठिनाइयों का विभाग समीक्षा कर रहा है और इसमें समुचित बदलाव कर इसे और अच्छे तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा।
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