रांची। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि पर्यटन आज विश्व का अहम उद्योग और आर्थिक अंग बन गया है। इसे आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन का सशक्त साधन माना गया है। देश की प्राकृतिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर, उसे पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध बनाती है।
राज्यपाल आज रांची में होटल प्रबंधन संस्थान द्वारा यात्रा, पर्यटन, आतिथ्य एवं संस्कृति-2022 पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज भारत विभिन्न श्रेणी के पर्यटन के लिए जाना जाता है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशिष्टता और संस्कृति है। यहाँ के विभिन्न क्षेत्र अपने मौसम, नदियों, वन, द्वीपों, पर्वत व पठारों आदि प्राकृतिक विशेषताओं से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। साथ ही यहाँ पाये जाने वाली विविधता और सांस्कृतिक विरासत विदेश से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण के अहम केंद्र हैं। देश धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यन्त समृद्ध है। यहाँ बड़ी संख्या में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के साथ विभिन्न धर्मों के प्रवर्त्तकों की जन्मस्थली भी है, जिससे अन्य एशियाई देशों के पर्यटक काफी संख्या में आते हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटन की सफलता सुविधाओं के विकास पर भी निर्भर करती है, साथ ही जनता का पर्यटकों के प्रति व्यवहार भी उतना ही महत्वपूर्ण है। जनता का आथित्य और शिष्टता पर्यटकों को आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि पर्यटन आदिकाल से ही मनुष्यों का स्वाभाव रहा है। आधुनिक युग में पर्यटन संबंधी सभी मिथ्या समाप्त होने तथा आवागमन के साधनों के क्षेत्र में आए भारी बदलावों के कारण पर्यटन एक व्यवसाय के रूप में देखा जाता है।
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