अंकुरम आईवीएफ सेंटर का किया उदघाटन
रांची। राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा है कि निसंतानता के लिए सिर्फ महिलाएं ही जिम्मेवार नहीं है , बल्कि आधुनिक विज्ञान में हो रहे नए नए अनुसंधान से यह साफ हो गया है कि महिला और पुरुष दोनों ही निसंतानता के लिए जिम्मेवार को सकते हैं। डॉक्टर उरांव आज रांची में अंकुरम आईवीएफ सेंटर के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि बचपन में वे कहानियों में सुना करते थे कि एक राजा और रानी को संतान नहीं हुआ जिसके बाद वे एक साधु के पास गए और उस साधु ने एक फल दिया जिसके बाद राजा रानी को संतान की प्राप्ति हो गई। लेकिन आप आईवीएफ सेंटर के माध्यम से यह संभव है। उन्होंने कहा कि अब वैज्ञानिक तरीके से ऐसे दंपतियों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक निसंतान दंपतियों को किसी आईवीएफ सेंटर में इलाज कराने के लिए दिल्ली कोलकाता या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था लेकिन अब यह सुविधा रांची में ही उपलब्ध हो गई है जिससे लोग कम खर्च पर ही अपना इलाज करा सकते हैं।
इसके पूर्व आईवीएफ अस्पताल का विधिवत उद्धघाटन दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काटकर डा.राममेश्वर उराँव,प्रदेश कांग्रेस के वरीष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव,डा.रुही श्रीवास्तव, डा.सुबोध कुमार सिंह व डा.राजनारायण साहू ने किया।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि पूर्व में महिलाओं को बांझन या डायन कह कर प्रताड़ित किया जाता था लेकिन अब आधुनिक विज्ञान यह अभिशाप को खत्म करने की जरूरत है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि आईवीएफ तकनीक कई कंपनियों के लिए एक बड़ा सहारा है ।वह खुद भी इन कठिन परिस्थितियों का सामना कर चुके हैं और आज से 13 साल पहले आईवीएफ तकनीक से हैं उन्हें एक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में पहले यह भी आशंका रहती थी कि इस तकनीक से उत्पन्न होने वाले बच्चों में कुछ परेशानियां हो सकती है लेकिन आधुनिक विज्ञान ने इसे निर्मूल साबित किया है।
इस मौके पर आईवीएफ विशेषज्ञ डॉक्टर रूही श्रीवास्तव ने बताया कि आजकल के व्यस्त जीवन शैली के कारण महिलाएं और पुरुष दोनों ही इनफर्टिलिटी का शिकार होते हैं और स्वरूप की निःसंतानता उनके जीवन की सबसे बड़ी समस्या बन जाती है।
उन्होंने कहा कि यह आईवीएफ सेंटर न्यूनतम कीमत पर लोगों को सर्वाेत्तम सुविधाओं से लैस साउथवेस्ट आईवीएफ उपचार प्रदान करने में सफल होगा।
भ्रूण वैज्ञानिक डॉक्टर राज नारायण साहू ने अकुरम आईवीएफ सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डा.सुबोध कुमार सिंह ने किया।
More Stories
झारखंड खेल नीति 2022 का लोकार्पण, सीएम ने कहा- खिलाड़ियों को न्यूनतम 50 हजार सम्मान राशि मिलनी चाहिए
शिबू सोरेन परिवार ने 250 करोड़ रुपये की 108 परिसंपत्ति का साम्राज्य खड़ा कियाः बाबूलाल
धनबाद एसएसपी की मौन सहमति से कोयले का अवैध खनन-परिवहन धड़ल्ले से जारी-सीता सोरेन