विभिन्न समितियों के सभापतियांे के साथ हुई बैठक
रांची। झारखण्ड विधान सभा के सेन्ट्रल हॉल में नवगठित झारखण्ड विधान सभा की समितियों के सभापति के साथ विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। वर्ष 2022-23 के लिए 23 मई को झारखण्ड विधान सभा सचिवालय द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए 24 संसदीय समिति के गठन की अधिसूचना निर्गत की गई थी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि समितियॉं संसदीय प्रणाली व्यवस्था में अत्यन्त ही महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसके माध्यम से सदन अपना अधिकांष कार्य निष्पादित कराती है। इन समितियों की नियुक्ति या गठन का मूल उद्देश्य एवं अभिप्राय यह होता है कि कुछ विषिश्ट विशयों पर गहराई से विचार-विमर्ष कर तार्किक चर्चा के आदान-प्रदान के द्वारा उस विशय पर व्यापक जनहित में सामायिक एवं सम्यक निर्णय लिया जा सकेे।
उन्होंने बैठक में सभी सभापतियों से कहा कि जिस प्रकार पूर्व से समिति व्यवस्था में अपना बेहतर योगदान देने का प्रयास करते रहे है, उसमें यदि संभव है तो आपसे ओर भी उत्तरोत्तर बेहतर कार्य करने की अपेक्षा की जाती है। इसके लिए अधिक से अधिक विभागीय बैठकें आहूत की जाय। अधिक से अधिक विशयों पर विचार विनिमय किया जाय। राज्य के अन्दर एवं बाहर की यात्राओं से जो अनुभव प्राप्त हुआ है, उसका लाभ उठाते हुए प्रतिवेदन में अंकित किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि सचेश्ठता के साथ विभिन्न विशयों पर गहन मंथन एवं विचार करना चाहिए और हमें कृतसंकल्पित होना चाहिए कि हम जनहित में अपनी समितियों को इतना सृदृढ़ एवं धारदार बनावें कि उनके प्रतिवेदनों में सन्निहित अनुषंसाओं का षत् प्रतिषत कार्यान्वयन हो सके।
गत् वर्ष 2021-22 में, झारखण्ड विधान सभा की 11 समितियों द्वारा अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। 9 समितियों द्वारा राज्य के अन्दर स्थल अध्ययन यात्रा नहीं की गई एवं 5 समितियों द्वारा राज्य के बाहर स्थल अध्ययन यात्रा किया गया।
उन्होंने उम्मीद जतायी है कि आने वाले वर्षो में हम और बेहतर प्रदर्षन करने का प्रयास करेंगे। आइए आज पुनः हम सब विष्वास के साथ यह संकल्प लें कि झारखण्ड के अंतिम पंक्ति में खड़े प्रत्येक व्यक्ति के सर्वागीण विकास एवं सम्पूर्ण कल्याण के लिए प्रतिबद्व होकर हम अपनी विधायी शक्तियों का अधिकतम उपयोग करेंगे।
आज के नवगठित समिति के सभापतियों के बैठक में चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह, निलकंठ सिंह मुण्डा, रामचन्द्र चन्द्रवंशी, सुदेश कुमार महतो, सरयू राय, डॉ0 सरफराज अहमद, विनोद कुमार सिंह, रामदास सोरेन, इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, केदार हाजरा, अपर्णा सेन गुप्ता, सबिता महतो, श्री रामचन्द्र सिंह, भूशण तिर्की, ग्लेन जोसेफ गॉलस्टेन उपस्थित रहें।

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