रांची। राज्य में सरकार गठन के बाद से ही यहां के किसानों को समृद्ध बनाना सरकार की प्राथमिकता रही है। झारखंड की मिट्टी में ऐसी ताकत है जो हर तरीके के फसल को उगा सकती है। राज्य में कृषि के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। झारखंड में जमीन के अंदर जितनी क्षमता है उससे कहीं अधिक क्षमता जमीन के ऊपर भी है। राज्य गठन के बाद कृषि के क्षेत्र में जो कार्य होनी चाहिए थी, वो नही हो पायी। आज किसान सरकार भरोसे नहीं बल्कि भगवान भरोसे हैं। अगर किसानों को भगवान भरोसे ही रहना है तब कृषि विभाग का क्या मतलब है? पिछली सरकारों की उदासीन रवैया के कारण आज प्रदेश कृषि क्षेत्र काफी पीछे रह गया हैं। हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हम संसाधनों की आंतरिक क्षमता को मजबूत कर राज्य को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं। सिर्फ कृषि ही नहीं बल्कि सभी विभागों में नियुक्ति प्रक्रियाओं में तेज गति से कार्य किया जा रहा है। नियुक्तियां पारदर्शी और शुचिता पूर्ण तरीके से संपन्न की जा रही हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित पदाधिकारियों का नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने सभी नवनियुक्त कृषि सेवा के पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई तथा उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताते हुए कहा कि आप सभी नवनियुक्त पदाधिकारी अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी पूर्वक करेंगे। आप यहां के किसानों की समृद्धि और उन्नति के लिए समर्पित रहेंगे ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है।
नियुक्तियों की लंबी फेहरिस्त तैयार की गई है
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की बाधाओं के बावजूद राज्य सरकार ने नियुक्तियों की लंबी फेहरिस्त तैयार करने का काम किया है। सभी बाधाओं को दूर कर नियमावलियों को दुरुस्त किया गया है। चरणबद्ध तरीके से सभी विभागों में रिक्तियों को भरने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभागार में उपस्थित सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों से कहा कि की आपकी सोच और मेहनत राज्य को नयी दिशा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के किसान तकनीकी रूप से पीछे हैं। हमें नए सिरे से पूरी व्यवस्था को रिस्ट्रक्चर कर आगे बढ़ना है। कृषि विभाग का दायरा बहुत बड़ा है। कृषि विभाग अत्यंत महत्वपूर्ण विभागों में से एक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे किसान बंधुओं और सरकार के बीच के एक महत्वपूर्ण कड़ी आप सभी नवनियुक्त पदाधिकारी हैं। आपके माध्यम से सरकार और किसानों के बीच एक जुड़ाव बना रहता है।
वैश्विक महामारी के समय कृषि क्षेत्र ने ही मानव जीवन की रक्षा की
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के समय जब सभी प्रतिष्ठानें, संस्थान, रोजगार के साधन बंद पड़े थे उस समय कृषि ही एक ऐसा क्षेत्र था जिसने मानव जीवन की रक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा हो, बागवानी हो या खेती-बाड़ी के अन्य स्रोत, इसी क्षेत्र में लोगों को रोजगार मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश में ऐसा भी दौर रहा है जब किसानों ने आत्महत्याएं की है। तकनीकी रूप से विकसित कई राज्यों में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्याएं की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव भले ही कितना भी भौतिकवादी क्यों न हो जाए लेकिन कृषि का कोई अन्य विकल्प नहीं है। मनुष्य न सोना, चांदी, हीरा, मोती, न ही रुपया-पैसा खा सकता है। मनुष्य जीवन में खाने के लिए दो वक्त की रोटी, सर छुपाने के लिए घर और तन ढकने के लिए कपड़ा, यही चीजें नितांत आवश्यक हैं। हमें कृषि और किसान दोनों की उन्नति के लिए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कर मजबूती के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
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