रांची। राज्यपाल रमेश बैस को श्रीजगदीशप्रसाद झाबरमल टिबड़ेवाला विश्वविद्यालय, झुंझुनू द्वारा राज भवन, रांची में आयोजित विशेष दीक्षांत समारोह डी. लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई।
इस मौके पर राज्यपाल ने उम्मीद जतायी कि यह विश्वविद्यालय अपनी उपलब्धियों से अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा और किसी की भी गरीबी उसके उच्च शिक्षा हासिल करने में बाधक नहीं होगी।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा से ही किसी भी भी देश व समाज की उन्नति संभव है, शिक्षा ही एक विकसित समाज की नींव होती है। उन्हें प्रसन्नता है कि यह विश्वविद्यालय ग्रामीण एवं महिला शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिबद्ध है और आशा है कि यह विश्वविद्यालय अपनी उपलब्धियों से अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा और किसी की भी गरीबी उसके उच्च शिक्षा हासिल करने में बाधक नहीं होगी।
राज्यपाल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय अपनी कार्यशैली से देश के अन्य निजी विश्वविद्यालयों को यह भी संदेश देता है कि शिक्षण संस्थान का उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा सुलभ कराने के प्रति पूर्णतः समर्पित रहना है। उन्हें विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान कराने की दिशा में सचेष्ट रहने के साथ-साथ प्रोत्साहित भी करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा डी. लिट की मानद उपाधि प्रदान करना विश्वविद्यालय का उनके प्रति स्नेह को दर्शाता है। वे चाहते थे कि विश्वविद्यालय में जाकर और वहां का दौरा कर डी. लिट की उपाधि ग्रहण करूँ, इससे उन्हें और भी प्रसन्नता होती। लेकिन पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों व व्यस्तताओं के कारण वे वहां नहीं जा सके। उन्होंने कहा कि डॉ० विनोद टिबड़ेवाला के कुशल नेतृत्व में इस विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा इस विश्वविद्यालय को एक शोध उन्मुख विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में सतत प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें बताया गया कि विश्वविद्यालय में प्रभावी प्लेसमेंट सेल है और इसके माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगार दिलाने के प्रयास किए जाते हैं।
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