रांची। प्रवर्त्तन निदेशालय को खुली चुनौती देते खुद को बेदाग बताने वाले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके करीबियों के ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की। पंकज मिश्रा और उनके करीबियों के 15 ठिकानों पर की गयी ईडी की छापेमारी में करोड़ों रुपये नकद मिले है, जबकि कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले है। वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे की ओर से यह जानकारी दी गयी कि ईडी की टीम पंकज मिश्रा को उत्तराखंड से दिल्ली लेकर पहुंच रही है।
15 घंटे तक पंकज मिश्रा के घर छानबीन
सीएम हेमंत सोरेन के काफी करीबी माने जाने वाले पंकज मिश्रा और उनके करीबियों पर ईडी की छापेमारी से हड़कंप मच गया। करीब 15 घंटे तक चली छापेमारी की कार्रवाई के बाद देर शाम ईडी की टीम पंकज मिश्रा के घर से बाहर निकली।
पत्थर कारोबारी के ठिकाने से करोड़ों नकद मिले
सूत्रों के मुताबिक साहिबगंज के पत्थर कारोबारी हीरा भगत के ठिकानों छापेमारी के दौरान ईडी को करीब सवा तीन करोड़ें रुपये नकद मिले, हालांकि ईडी की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गयी। इसके अलावा अन्य ठिकानों पर की गयी छापेमारी में भी करीब सवा पांच करोड़ नकद बरामद होने की बात कही जा रही है। वहीं ईडी के हाथ निवेश और खनन से जुड़े कई दस्तावेज भी हाथ लगे है।
इन ठिकानों पर हुई छापेमारी
ईडी की ओर से साहिबगंज में जिन 15 ठिकानों पर छापेमारी की गयी, उनमें बरहेट के विधायक हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का आवास, पत्थर कारोबारी छोटू यादव, कन्हाई खुडानिया, कृष्णा साहा (रिसौड़), भगवान भगत (बरहड़वा) , भवेश भगत(बरहड़वा) , सुब्रत पाल(बरहड़वा) ,मिर्जाचौकी के हीरा भगत, पतरू सिंह, ट्विंकल भगत राजू भगत और राजमहल के पत्थर व्यवसायी सव राजमहल फेरी सेवा संचालक सोनू, पत्थर व बालू कारोबारी निमाई शील शामिल है। इसके अलावा ज्वेलर संजय दीवान और साहिबगंज-मनिहारी फेरी सेवा संचालक दाहू यादव के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई।
ईडी की टीम में 116 पदाधिकारी थे शामिल
झारखंड में ईडी की ओर से अवैध पत्थर उत्खनन मामले में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है और इस छापेमारी अभियान में करीब 116 पदाधिकारियों को लगाया गया था। छापेमारी में दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता और रांची समेत कई जगहों के ईडी के वरीय पदाधिकारियों को लगाया गया और पूरी कार्रवाई इतनी गोपनीय ढंग से हुई कि किसी को भनक तक नहीं लग सकी।
पंकज को उत्तराखंड से दिल्ली लाया गया
गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर यह जानकारी दी पंकज मिश्रा के ईडी द्वारा पूछताछ के लिए उत्तराखंड से दिल्ली ले जाया गया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा-‘‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के ईद-गिर्द लोगांें की ईमानदारी आज सामने आ गयी। ईडी के छापेमारी में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके समर्थकांे के यहां 5 करोड़ से ज्यादा नकद और हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है, कितना लूटिएगा।’’
टेंडर विवाद में दर्ज मामले को ईडी ने किया टेकओवर
साहिबगंज जिले के बरहरवा में वर्ष 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था, जिसे इडी ने 4 जून 2022 को टेकओवर कर लिया है ।बड़हरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था। उन्होंने टेंडर विवाद के मामले में बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी। आईएएस पूजा सिंघल प्रकरण में भी कई बार पंकज मिश्रा का नाम सामने आया है। 11 मई को झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को ईडी ने गिरफ्तार किया था। पूजा सिंघल फिलहाल सलाखों के पीछे हैं।
चुनौती देने के बाद ईडी की टीम हुई रेस
आईएएस पूजा सिंघल प्रकरण में जब छानबीन शुरू हुई और जांच की आंच पंकज मिश्रा तक पहुंचने की खबर मीडिया में आने लगी, तो पंकज मिश्रा ने सार्वजनिक रूप से मीडिया के माध्यम से ईडी को चुनौती दी थी कि वे किसी से डरने वाले नहीं है और ईडी ही नहीं, दुनिया की कोई भी जांच एजेंसी उनके मामले में जांच करने के लिए स्वतंत्र है। इसके बाद ईडी पंकज मिश्रा के खिलाफ साहिबगंज जिले में दर्ज टेंडर विवाद के मामले को टेक ओवर किया था।
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