रांची। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का असर करीब-करीब पूरे झारखंड में है। इसके असर से कल से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है। राजधानी रांची और आसपास के जिलों में भी हो रही झमाझम बारिश से निचले इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है, जिससे लोगों की मुश्किलें की बढ़ गयी है। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि आज भी राज्य के दक्षिणी इलाकों में अच्छी बारिश होगी। गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है। इसे लेकर मौसम केंद्र की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में हवा की गति तीस से चालीस किलोमीटर तक हो सकती है। निम्न दबाव का कल भी आंशिक असर देखने को मिलेगा, जबकि 22 अगस्त को राज्य के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी और 23 अगस्त को एक बार कहीं-कहीं तेज बारिश होगी। बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। इधर, रांची में तेज हवा के साथ लगातार हो रही बारिश से कई सड़कों पर पेड़ गिर गए हैं। इस वजह से सड़क पर आवागमन ठप हो गया है। बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आकाशवाणी परिसर स्थित एक विशालकाय पेड़ बारिश की वजह से उखड़ कर सड़क पर जा गिरा। इससे चाहरदिवारी के साथ ही सड़क किनारे खड़े एक वाहन को भी नुकसार पहुंचा है। रांची विश्वविद्यालय कैंपस से पेड़ टूटकर सड़क पर आ गया है। जबकि बरियातू रोड में सुविधा सुपर मार्ट के पास भी सड़क पर पेड़ गिरने से सड़क ब्लॉक है। धुर्वा में शर्मा रोड में पेड़ गिरने से आवागमन ठप है। मोराबादी मैदान में भी कई पेड़ तेज हवा के चलते गिर गए हैं। वहीं राजधानी रांची में रूक-रूक कर हो रही लगातार बारिश की वजह से राजधानी के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है। रांची के विभिन्न हिस्सों में कई घंटों से बिजली नहीं है। हवाई यातायात पर भी इसका असर पड़ा है। कोलकाता से रांची आने वाली इंडिगो की फ्लाइट रद्द कर दी गई है। वहीं जमशेदपुर के बड़े हिस्से में जहां ओवरहेड वायरिंग सिस्टम के जरिए बिजली की आपूर्ति की जाती है, बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। लगातार हो रही बारिश एवं तेज हवा के बहाव से कई पेड़ की शाखाएं ओवरहेड लाइन पर गिर गई हैं। कुछ 33 केवी और 11 केवी लाइनों में इंसुलेटर भी पंक्चर हो गए हैं। बिजली विभाग की टीम पर्याप्त मानवशक्ति के साथ बिजली आपूर्ति की बहाली के लिए काम कर रही है लेकिन लगातार बारिश के कारण बुरी तरह बाधित है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में पिछले 2 दिनों से लगातार मूसलाधार वर्षा होने की वजह से निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। जिला मुख्यालय चाईबासा में टुंगरी के इलाके में 4-5 फीट पानी भर गया है जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दूसरी ओर रोरो नदी के किनारे की बस्तियों में भी पानी घुस आया है, जिससे वहां के वाशिंदों को सुरक्षित जगह पर शरण लेना पड़ा है। इधर बारिश की वजह से बने हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने नगर परिषद और अनुमंडल प्रशासन को सभी आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, धनबाद में तेज बारिश का असर कोयला उत्पादन पर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा शहरी और ग्रामीण इलाके में बारिश से आम दिनचर्या पर भी असर पड़ रहा है। इसके साथ ही कोडरमा में भी भारी बारिश हुई है। सुबह से ही तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश से कोडरमा का जनजीवन थम गया हैं। बारिश के कारण दिहाड़ी मजदूरों को जहां सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है वहीं बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही लोहरदगा, बोकारो, देवघर में भी तेज बारिश से पेड़ गिरने की घटना हुई है।
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