राज्यपाल मोरहाबादी मैदान में किया ध्वजारोहण, मिलीजुली परेड की सलामी ली
रांची। गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल रमेश बैस ने रांची के मोरहाबादी मैदान में और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाईन मैदान में आयोजित मुख्य राजकीय समारोह में ध्वजारोहण किया।
राज्यपाल रमेश बैस ने तिरंगा फहराने के बाद राज्य के नाम अपने संबोधन में कहा कि सरकार ने विगत दो सालों के कार्यकाल में जन कल्याण के अनेक कार्यां को संपन्न किया है और कई नये कार्यक्रमों की शुरुआत भी की गयी है। सभी क्षेत्रों और वर्गा, विशेषकर गरीबों, कमजोरों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर ही सरकार द्वारा जन कल्याण एवं विकास के कार्य किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य के नियोजनालयों में निबंधित उम्मीदवारों को साक्षात्कार में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करने के वास्ते महिन्द्रा प्राइड क्लासरूम के साथ एमओयू किया गया है, जिसके तहत निबंधित उम्मीदवारों और आईटीआई के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को सॉफ्ट स्किल का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित उम्मीदवारों के लिए महिंद्रा प्राइड क्लासरूम द्वारा अपने स्तर से जॉब उत्सव का आयोजन कराया जाएगा, जिससे राज्य के युवाओं को रोजगार मिलेगा। राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2021 को नियुक्ति वर्ष के रूप में घोषित करते हुए विभिन्न परीक्षा नियमावलियों में कई संशोधन किये हैं, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया में आ रही कठिनाईयों को दूर कर राज्य के युवाओं को सरकारी क्षेत्रों में रोजगार का अवसर मिल सके। विभिन्न विभागों के खाली पदों को भरने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है।
रमेश बैस ने कहा कि सरकार ने दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर गरीब और जरूरतमंद दुपहिया वाहन धारकों को महंगाई से राहत देने के लिए 26 जनवरी से 25 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल पर अनुदान प्रदान करने की घोषणा की थी। आज से पूरे देश में सीएम सपोर्ट्स नाम से इस योजना को लागू किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, सरकार ने राज्य में हड़िया-दारू निर्माण और बिक्री से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका के वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराकर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए फूलो-झानो आशीर्वाद योजना प्रारंभ की है। इसमें चुनी हुई महिलाओं को आजीविका सशक्तीकरण के लिए 10 हजार रुपये का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने का प्रावधान है, अब तक 14 हजार से अधिक महिलाओं को इसमें जोड़ा गया है। राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सखी मंडलों द्वारा तैयार किये गये 62 उत्पदों की बिक्री पलाश ब्राण्ड के रूप में करायी गयी जा रही है। इससे करीब 2 लाख ग्रामीण महिलाओं को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुपोषण की समस्या को कम करने के लिए एक हजार दिनों की समयबद्ध योजना ‘सामर’ की शुरुआत की गयी है। योजना के तहत अति गंभीर कुपोषण तथा गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चों, किशोरियों, युवतियों एवं गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर उनका उपचार किया जाएगा। विषम परिस्थितियों में जीवनयापन कर रहे बच्चे, किशोरियों, महिलाएं, दिव्यांगजन, वृद्धजन, भिक्षुक, यौन कर्मी, ट्रांसजेंडर्स, असंगठित क्षेत्र के कर्मी और जरूरतमंद वर्गां को एक गरिमापूर्ण जीवन यापन उपलब्ध कराने के लिए सरकार निरंतर प्रत्यनशील है।
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने क ेलिए सरकार द्वारा नई पर्यटन नीति 2021 लागू की गयी है। इस नीति में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए पर्यटन सुविधा के लिए आधारभूत संरचना का विकास करना, निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाना, रोजगार में वृद्धि कराना, परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करना, पेयजल एवं बिजली की निरंतर उपलब्धता, पर्यटन आवासन व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर बल दिया गया है।
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