January 7, 2025

view point Jharkhand

View Point Jharkhand

यूपीएससी परीक्षाः झारखंड की श्रुति राजलक्ष्मी को मिला 25वां रैंक

Spread the love


गढ़वा की नम्रता को 73वां, देवघर के चिरंजीवी आनंद को 126वां रैंक मिला
रांची। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आज घोषित यूपीएससी 2021 के परिणाम में झारखंड ने भी परचम लहराया है। झारखंड की श्रुति को 25वां रैंक मिला है। श्रुति बीएचयू आईआईटी से 2019 में कंप्यूटर साइंस से पास करने के बाद एक वर्ष नौकरी की। फिर स्वयं से तैयारी कर यूपीएससी में सफलता हासिल की है। उसके पिता आनंद कुमार अधिवक्ता है और मां समाज कल्याण पदाधिकारी है। उसकी प्रारंभिक शिक्षा लोयला स्कूल रांची में हुई और फिर जमशेदपुर में साइंस टॉपर रही। 12वीं में डीपीएस आरके पुरम दिल्ली से की है।
गिरिडीह के रहने वाले रवि कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा में 38वां स्थान हासिल किया है। गढ़वा जिले के गढ़वा प्रखंड के हूर गांव निवासी विपिन कुमार चौबे की पुत्री नम्रता चौके को 73वां रैक मिला है। देवघर के रहने वाले चिरंजीव आनंद को 126वां रैंक मिला है। पलामू जिले के पांडु के रहने वाले सौरभ ने यूपीएससी परीक्षा में 357वं स्थान प्राप्त किया।  रांची के मुकेश कुमार गुप्ता को सिविल सेवा परीक्षा में 499वं रैंक हासिल हुआ है। उसके पिता मध्य विद्यालय परिहारा गढ़वा में सरकारी शिक्षक है।  लोहरदगा शहरी क्षेत्र के छत्तरबगीचा निवासी राकेश रंजन ने यूपीएससी में सफलता पायी है। राकेश रंजन ने ऑल इंडिया लेवल पर 672वां रैंक हासिल किया है। उसकी इस सफलता से पूरा परिवार हर्षित है।
राकेश के पिता गोपाल उरांव एसबीआई से स्पेशल असिस्टेंट के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि राकेश की मां सुखमनी तिर्की लोहरदगा शहरी क्षेत्र के चुन्नी लाल उच्च विद्यालय की सहायक शिक्षिका है। राकेश अभी रांची स्थित ट्राइबल इंस्टीट्यूट में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है और वे रांची में कार्यपालक दंडाधिकारी के पद पर भी काम कर चुके है।  नेतरहाट आवासीय विद्यालय से वर्ष 2003 में 10वीं परीक्षा पास करने वाले राकेश रंजन उरांव प्रारंभ से ही प्रतिभाशाली रहे हैं। उन्होंनें पांचवीं झारखंड लोक सेवा आयोग में पहले प्रयास में सफलता प्राप्त की। इससे पहले वे जुलाई 2009 से वर्ष 2016 तक एनटीपीसी में भी काम कर चुके है।  राकेश ने इंटर की परीक्षा संत जेवियर कॉलेज से वर्ष 2005 में उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। महत्वपूर्ण बात यह है कि राकेश ने पूरी तैयारी घर पर ही रह कर की। वे विवाहित है और उनकी दो जुड़वा बेटियां है। दो भाई और एक बहन में राकेश की बहन रश्मि रंजना डॉक्टर है, जबकि छोटा भाई रितु रंजन अभी स्नातकोत्तर में पढ़ाई कर रहा है।

About Post Author