एक का शव फंदे पर लटकता मिला, अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
बीजेपी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
रांची। झारखंड के गुमला जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। जिले के गुरदरी थाना क्षेत्र में दो नाबालिग बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म (gang rape with two minors)की घटना को अंजाम दिया गया। प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने इस घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुए राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम दो बहनें अपने चचेरे भाई के साथ दशहरा मेला देखकर लौट रही थी, तभी रास्ते में एक युवक ने उनका रास्ता रोक लिया और छेड़खानी की। इसका विरोध करने पर उसने अन्य युवकों के साथ मिलकर बच्चियों के चचेरे भाई को मारपीट कर भगा दिया। पुलिस के पास यह मामला शनिवार को पहुंचा और त्वरित कार्रवाई करते हुए सबसे पहले दोनों बच्चियों को मेडिकल टेस्ट के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा गया। अभी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और रविवार के कारण कोर्ट में बच्चियों का 164 के तहत बयान नहीं दर्ज हो सका, आज बयान दर्ज कराने की तैयारी की है। इस संबंध में स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
एक आरोपी का शव फांसी के फदे पर लटकता मिला
इधर, घटना सामने आने के बाद ग्रामीण गांव में बैठक कर रहे थे, इसी दौरान एक युवक का नाम भी आया। उसके माता-पिता भी बैठक में मौजूद थे। गांव के लोगों ने उसको फटकार भी लगायी। इस बीच वह अपने घर चला गया और थोड़ी देर बाद कमरे में फंदे से झूलता उसका शव मिला। पुलिस का कहना है कि मृतक के पिता ने थाने में लिखित दिया है कि पछतावा होने पर उसके पुत्र ने आत्महत्या की है। पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में कुल 10 लोग शामिल थे, जिसमें एक की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि दूसरे की मौत हो गयी है, वहीं शेष अन्य 8 आरोपी अब भी जंगल में ही छिपे हुए है।
इधर, मिली जानकारी के अनुसार दुष्कर्म पीड़िता दोनों नाबालिग बहनों का बयान दर्ज कराने के लिए परिजनों के साथ गुमला मुख्यालय लाया गया है, भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिजनां से मुलाकात करेंगा। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने गुमला रवाना होने के पहले रांची में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि यह घटना मन को व्यथित और झारखंड को कलंकित करने वाली घटना है। उन्होंने कहा कि जब से राज्य में हेमंत सोरेन सरकार का गठन हुआ है, तब से कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गयी है। उन्हांने मांग की कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद गुमला जाए और पीड़ित परिजनां से मुलाकात करें।
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