September 21, 2024

view point Jharkhand

View Point Jharkhand

महिला दारोगा हत्याकांड मामले की सीबीआई जांच की मांग

Spread the love





संध्या की शादी की घर में चल रही थी तैयारी
रांची। रांची के तुपुदाना ओपी क्षेत्र में पदस्थापित महिला दारोगा संध्या टोपनो की हत्याकांड मामले में परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है, वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जिम्मेवारी सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया है।
परिजनों ने थाना प्रभारी की कार्यशैली पर भी उठाये सवाल
संध्या के परिजनों का कहना है कि जानबूझ कर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है। संध्या के मामा निमेश तिर्की का कहना है कि उनकी भांजी को शहीद का दर्जा मिला और पूरे मामले की सीबीआई जांच हो। उन्होंने कहा कि जब थाना प्रभारी को पता था कि अपराधी को पकड़ना है, तो सिर्फ दो कांस्टेबल के साथ एक महिला अधिकारी को रात में कैसे भेज दिया। यह भी बताया जाता है कि तेज रफ्तार में आते वाहन को देखकर दोनों पुलिस कर्मी मौके से भाग खड़े हुए और संध्या की मौत वाहन की चपेट में आने से हो गयी।
हादसे के बाद परिवार का टूटा सपना
परिजनों के अनुसार अपने भाई-बहनों में संध्या दूसरे नंबर पर थी और पिता की मौत के बाद जब संध्या का चयन दारोगा के रूप में हुआ, तो पूरे परिवार में खुशी का माहौल था, अभी घरवाले संध्या की तैयारी में थे, एक लड़के के परिजनों से शादी की बातचीत भी चल रही थी, लेकिन आज हुए अचानक हादसे में पूरे परिवार का एक सपना टूट गया।  
रघुवर दास ने एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की
इधर, एसआई संध्या टोपनो हत्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में पशु तस्करों का सिंडिकेट कार्यरत है, उस पर लगाम लगाने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि सीएम हेमंत सरकार के आने के बाद से पशु तस्करों का मनोबल काफी बढ़ गया है। रूपा तिर्की मौत के बाद झारखंड की एक और बेटी को माफियाओं के कारण अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने पीड़िता के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की भी मांग की।
रघुवर दास ने कहा कि आज झारखंड की एक और बेटी हिम्मतवाले अपराधियों की शिकार हो गई। यह बहुत ही दुखद और शर्मनाक है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि राज्य में अब पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। हेमंत सरकार के राज में गौतस्करों की हिम्मत कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है। मामला वोट बैंक से जुड़ा है। इसलिए कहीं रूपा तिर्की मामले की तरह संध्या टोपनो जी की हत्या भी कहीं रहस्य बन कर न रह जाए।  

About Post Author