September 21, 2024

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रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए देशभर के वैज्ञानिकों का रांची में जुटान

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केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य ने कहा- युवा वैज्ञानिकों के नये आइडिया से बेहतर परिणाम सामने आएंगे
रांची। देशभर में रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को रांची में देशभर के युवा वैज्ञानिकों का जुटान हुआ। रांची स्थित केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में केंद्रीय रेशम बोर्ड के युवा वैज्ञानिकों की बैठक में उपस्थित बोर्ड के सदस्य सचिव रंजित रंजन ओखंडियार ने उम्मीद जतायी कि युवा वैज्ञानिकों के नये आइडिया से  झारखंड और देश को बहुत फायदा मिलेगा और आने वाले समय में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
भारतीय वन सेवा के अधिकारी और केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य सचिव रंजित रंजन ओखंडियार ने बताया कि संस्थान में अलग-अलग स्तर पर, अलग-अलग अवधि में नये साइंटिस्ट आते रहे है, देश के विभिन्न हिस्सों में शोध कर रहे युवा वैज्ञानिक आज रांची में जुटे हैं, उनके शोध और अनुसंधान से सेरीकल्च्र के क्षेत्र में जो चुनौतियाएं और समस्याएं है, उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही सिल्क का उत्पादन अधिक से अधिक हो और इसके माध्यम से अधिक संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। इस दिशा में आवश्यक पहल की जा रही है। उन्होंने बताया कि युवा वैज्ञानिकों के लिए इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है , लेकिन बीच में कोरोना काल के कारण थोड़ी बाधा उत्पन्न हुई। इससे पहले बेंगलुरु में इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें तसर उत्पादक राज्यों के युवा वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया था।
इस मौके पर रांची के नगड़ी स्थित केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक के. सत्यनारायण ने कहा कि तसर अनुसंधान केंद्र में जो काम होता है, उसका राज्य के कोल्हान और संताल परगना प्रमंडल के किसानों तक लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चयनित अग्रणी किसानों को भी संस्थान में प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे अपने क्षेत्र में जाकर अन्य किसान भाईयों को प्रशिक्षत कर सके।
सम्मेलन में उपस्थित केंद्रीय रेशम बोर्ड बेंगलुरु के वैज्ञानिक डॉ0 एस मनथिरा मूर्ति ने बताया कि केंद्र सरकार ने रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने का लक्ष्य निर्धारित किया है और कैसे उत्पादन बढ़े, इसमें युवा वैज्ञानिकों का सुझाव काफी अहम है। सम्मेलन में सरायकेला-खरसावां जिला स्थित तसर अनुसंधान केंद्र के युवा वैज्ञानिक तिरूपम रेड्डी के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर समेत अन्य राज्यों से आये युवा वैज्ञानिक उपस्थित थे।

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